दिल्ली में कमजोर ‘हाथ’ का सबने छोड़ा साथ! जानें- INDIA ब्लॉक के कौन-कौन से दल AAP के साथ आए
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने बीच सीधी लड़ाई देखने को मिल रही है, जबकि कांग्रेस भी इस बार चुनावी मैदान में उम्मीदों को लेकर उतर रही है. लेकिन इस लड़ाई में सभी ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है. मतलब 6 महीने पहले कांग्रेस की अगुवाई में जितने दल एक मंच पर आए थे, वो अब कांग्रेस के खिलाफ केजरीवाल के साथ खड़े दिख रहे हैं. उनकी दलील है कि जो बीजेपी को हराएगा उसे सभी समर्थन देंगे और कांग्रेस कह रही है कि बीजेपी को सिर्फ कांग्रेस ही हरा सकती है, लेकिन दिल्ली में कांग्रेस की लड़ाई बीजेपी से नहीं आम आदमी पार्टी से है.
दिल्ली के चुनाव में इंडिया गठबंधन के दो दोस्तों की दोस्ती में कुश्ती का असर दिल्ली से बाहर कितना है. ये कहना मुश्किल है, क्योंकि दिल्ली में केजरीवाल का साथ दे रही समाजवादी पार्टी को यूपी के मिल्कीपुर चुनाव में कांग्रेस साथ दे रही है, लेकिन वर्चस्व की लड़ाई वहां भी है.
वहीं, कल तक केजरीवाल हाथ (कांग्रेस) के साथ थे, पर आज खिलाफ खड़े हैं. इस लड़ाई में केजरीवाल को इंडिया ब्लॉक के तमाम घटक दलों का भी साथ मिल रहा है. उद्धव ठाकरे की पार्टी पहले ही कह रही है कांग्रेस और केजरीवाल को आपस में एक-दूसरे के नहीं लड़ना चाहिए. ममता की पार्टी कह रही है सरकार को केजरीवाल की ही बननी चाहिए और दो तीन हफ्ते पहले दिल्ली में आम आदमी पार्टी के चुनावी कार्यक्रम में साथ देने पहुंचे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तो स्वयं कह दिया कि दिल्ली में वो केजरीवाल के साथ हैं.